आओ हँस लें

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Monday

मफ़लर डाले आम आदमी



झाड़ू सर पे चढ़ गई
ऐसा घूमा चक्र
मोदी जी का,  सीधा खाका
हुआ दिल्ली मे वक्र
मफ़लर डाले आम आदमी
मंच से ऐसा खाँसा
मुफ्त-मुफ्त के राग  मे आकार
खा गए तगड़ा झांसा
बिजली  सस्ती ,
पानी मुफ्त
सरकार रहेगी एकदम चुस्त
विभागीय बोझ उठाएँ मंत्री
जल्दी निर्णय लेंगे
सीएम  बस पहरेदारी मे
यहाँ से वहाँ चलेंगे
जो भी मंत्री सुस्त चलेगा
होगा  डब्बा गोल
भ्रस्ताचारी अधिकारी की
खोलेंगे अब पोल
खुली अदालत , धरना  प्रदर्शन
अब है एकदम बंद
पाँच साल तक राज्य करेंगे
दिल्ली मे निर्द्वंद

-कुशवंश

2 comments:

  1. हा..हा.., लाजवाब है आपकी यह व्‍यग्‍यंरूपी कविता।

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  2. बहुत सटीक अभिव्यक्ति...

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